कर्मधारय समास (karmadharaya Samas in Sanskrit)
कर्मधारय समास (karmadharaya Samas in Sanskrit) तत्पुरुष समास का ही एक भेद है | जिस समास में उत्तर पद (द्वितीय पद) की प्रधानता होती है उसे तत्पुरुष समास कहते है | तत्पुरुष समास में प्रथम पद संज्ञा/विशेषण होता है, लिंग व वचन का निर्धारण द्वितीय पद के अनुसार होता है | तत्पुरुष समास दो प्रकार का होता है – व्यधिकरण तत्पुरुष समास और समानाधिकरण तत्पुरुष समास | समानाधिकरण तत्पुरुष समास भी दो प्रकार का होता है – द्विगु समास व कर्मधारय समास |
तत्पुरुष समास के दो प्रकार होते हैं :-
- व्यधिकरण तत्पुरुष समास :- इस तत्पुरुष समास में विभक्ति का प्रयोग किया जाता है | अत: विभक्ति के अनुसार यह 6 प्रकार का होता है | इनके अलावा एक नञ् तत्पुरुष समास भी होता है |
(इसे हमारे पूर्व लेख में पढ़ सकते है )
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समास की परिभाषा व प्रकार
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तत्पुरुष समास
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नञ् तत्पुरुष समास
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सन्धि की परिभाषा व प्रकार
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दीर्घ सन्धि
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अयादि सन्धि
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यण सन्धि
- समानाधिकरण तत्पुरुष समास :- जिस समास में दोनों पद सामान विभक्ति में हो उसे समानाधिकरण तत्पुरुष समास कहते हैं |
यह दो प्रकार का होता है –
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द्विगु समास
- कर्मधारय समास
कर्मधारय समास परिभाषा :- जब पूर्व पद और उत्तर पदों में विशेषण-विशेष्य अथवा उपमान-उपमेय का समाहार किया जाता है तो उसे कर्मधारय समास कहते है |
विशेषण-विशेष्य :- दोनों पद एक ही विभक्ति,वचन तथा लिंग में होते हैं |
उपमान-उपमेय :- जिससे तुलना की जाए, उस (उपमान)के बाद “इव” लिखना होता है तथा दोनों पदों की विभक्ति,वचन तथा लिंग एक समान होते हैं |
उदाहरण (karmadharaya Samas in Sanskrit) :-
समास युक्त | समास विग्रह | हिन्दी अर्थ |
नीलोत्पलम् | नीलम् उत्पलम् | नीला कमल |
महापुरुष: | महान् पुरुष: | महान पुरुष |
कृष्णवस्त्रम् | कृष्णं वस्त्रम् | काला वस्त्र |
नतमस्तकम् | नतम् मस्तकम् | झुका हुआ सिर |
धीरपुरुष: | धीर: पुरुष: | धैर्यवान पुरुष |
पीताम्बरम् | पीतम् अम्बरम् | पीला वस्त्र |
कृष्णाननम् | कृष्णम् आननम् | काला मुख |
कृष्णसर्प: | कृष्ण: सर्प: | काला सांप |
महात्मा | महान् आत्मा | महान आत्मा |
सुपुरुष: | शोभन: पुरुष: | अच्छा आदमी |
कुपुरुष: | कुत्सित: पुरुष: | बुरा आदमी |
“इव”(के समान / जैसा) के उदाहरण
घनश्याम: | घन: इव श्याम: | बादलों जैसा काला |
दुग्धधवलम् | दुग्धम् इव धवलम् | दूध के समान सफ़ेद |
पुरुषसिंह: | पुरुष: सिंह: इव | सिंह के समान पुरुष |
करकमलम् | करम् इव कमलम् | कमल के समान हाथ |
मुखकमलम् | मुखम् इव कमलम् | कमल के समान मुख |
मुखचन्द्रम् | मुखम् इव चन्द्रम् | चन्द्रमा के समान मुख |
इस प्रकार से हम समानाधिकरण तत्पुरुष समास के एक उपभेद कर्मधारय समास को समझ सकते हैं | कर्मधारय समास तत्पुरुष समास का ही भेद है जिसकी विस्तृत जानकारी आपने हमारे पूर्व लेख (TatPurush Samas in Sanskrit) में पढ़ चुके है |
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