Importance of exercise in student life (छात्र-जीवने व्यायामस्य महत्त्वम्)
व्यायाम और योग दोनों शब्द लगभग एक समान है | व्यायाम एक शारीरिक क्रिया है और योग शारीरिक क्रिया के साथ साथ श्वास- प्रश्वास का भी योगदान होता है | Importance of exercise in student life अत: विद्यार्थी जीवन में व्यायाम और योग का बहुत बड़ा महत्त्व होता है |
Importance of exercise in student life (छात्र-जीवने व्यायामस्य महत्त्वम्)
छात्र-जीवने व्यायामस्य बहु महत्त्वं वर्तते | छात्र: प्रात: कालात् साय-कालपर्यंतम् अध्ययनं करोति | प्रात: विद्यालयं गच्छति अपराह्न: गृहम् आगत्वा पुन: विद्यालयस्य दत्तं कार्यं सम्पादयति | छात्र: स्व स्वास्थ्य-विषये तु ध्यानं एव न ददाति |अत: छात्र-जीवने व्यायामस्य कृते अपि समयं दातव्यम् |
व्यायामात् लभते स्वास्थ्यं, दीर्घायुष्यं बलं सुखम् |
आरोग्यं परमं भाग्यं, स्वास्थ्यं सर्वार्थसाधनम् ||1 ||
व्यायाम: न केवलं मानवस्य शारीरिक-स्वास्थ्य वर्धनं करोति अपितु अस्माकं मस्तिष्कम् अपि स्वस्थं करोति | व्यायाम: एव अस्माकं शरीरे विद्यमानान् सर्वान् रुग्णान् निवारयति |
- व्यायामेन (योगेन) अस्माकं शरीरे सकारात्मक-ऊर्जाया: संचारं भवति |
- व्यायामेन (योगेन) विद्यार्थी स्व-आत्मबलस्य वर्धनं करोति |
- व्यायामेन (योगेन) विद्याथी शारीरिक-मानसिक रूपेण सुदृढ़: भवति |
- व्यायाम-माध्यमेन छात्राणाम् बौद्धिक-विकास: भवति |
अत: छात्राणाम् कृते आवश्यकं वर्तते यत् सर्वे प्रतिदिनं व्यायामं कुर्यु: | तेन व्ययामेन तेषां शरीरे नूतन ऊर्जाया: संचार: भविष्यति एवं च अध्ययने अपि आनन्दम् अनुभविष्यन्ति |
हिंदी अर्थ – (छात्र जीवन में व्यायाम का महत्त्व)
छात्र जीवन में व्यायाम का बहुत महत्त्व है | छात्र सुबह से शाम तक पढाई करता है | सुबह विद्यालय जाता है दोपहर में घर आकर विद्यालय से मिले हुए काम को पूरा करता है | छात्र अपने स्वास्थ्य के विषय में तो बिलकुल ही ध्यान नहीं दे पता है | इसलिए छात्र जीवन में व्यायाम के लिए भी समय देना चाहिए |
कहा गया है कि –
व्यायाम से स्वास्थ्य, दीर्घ आयु, शक्ति, व सुख की प्राप्ति होती है | निरोगी रहना हमारा परम सौभाग्य है और स्वस्थ रहने से ही अन्य सभी कार्य सिद्ध होते है |
व्यायाम न केवल मानव के शारीरिक स्वास्थ्य को बढ़ाता है बल्कि हमारे मस्तिष्क को भी स्वस्थ करता है | व्यायाम ही हमारे शरीर में विद्यमान सभी रोगों को दूर करता है |
- व्यायाम (योग) के द्वारा हमारे शरीर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है |
- व्यायाम (योग) से विद्यार्थी अपने आत्मबल को बढ़ाता है |
- व्यायाम (योग) से विद्यार्थी शारीरिक और मानसिक रूप से मजबूत होता है |
- व्यायाम के द्वारा छात्रों का बौद्धिक विकास होता है |
अत: छात्रों के लिए आवश्यक है कि सभी को प्रतिदिन व्यायाम करना चाहिए | उससे उनके शारीर में नई ऊर्जा का संचार होगा और वे पढ़ाई में आनन्द का अनुभव करेंगे |
Importance of exercise in student life
Exercise has great importance in student life. The student studies from morning to evening. He goes to school in the morning and comes home in the afternoon to complete his school work. Students don’t seem to pay any attention to their health.
Therefore, time should also be given for exercise in student life. It has been said that –Exercise brings health, longevity, strength and happiness. Staying healthy is our ultimate good fortune and only by staying healthy all other tasks are accomplished.
Exercise not only enhances the physical health of humans but also makes our brain healthy. Only exercise cures all the diseases present in our body.
- Positive energy is transmitted in our body through exercise (yoga).
- Through exercise (yoga) the student increases his self-confidence.
- Exercise (yoga) makes the student physically and mentally strong.
- Students develop intellectually through exercise.
Therefore it is necessary for students to do exercise every day. This will infuse new energy into their body and they will experience joy in studies.