Counting in Sanskrit 1–50

Counting in Sanskrit 1–50

Counting in Sanskrit 1–50 (Sanskrit me Ginti) विश्व की सबसे प्राचीनतम भाषा जिसका उपयोग इस समय भी किया जा रहा है उसका नाम है संस्कृत | यह भाषा धार्मिक ग्रंथों की भाषा के अलावा बच्चे के जन्म से लेकर मृत्यु पर्यन्त एक संस्कार जनित भाषा भी है | Counting in Sanskrit 1–50 का अध्ययन विद्यालय … Read more

visarg ka lop sandhi

visarg ka lop sandhi

विसर्ग का लोप सन्धि के नियम, उदाहरण व सूत्र (visarg ka lop sandhi) यह एक विसर्ग सन्धि का भेद है | इसे हम विसर्ग का लोप सन्धि (visarg ka lop sandhi) भी कह सकते है | इस सन्धि में पूर्व पद स्थित विसर्ग का लोप हो जाता है | इस सन्धि को समझने के लिए … Read more

Satv Sandhi in sanskrit

Satv Sandhi in sanskrit

सत्व संधि (विसर्ग के स्थान पर श्, ष्, स्) Satv Sandhi in sanskrit मेरे पूर्व लेखों (blogs) में संधि की परिभाषा व अनेकों सन्धियों के विषय में पढ़े थे | आज हम सत्व संधि के विषय में पढ़ेंगे | सत्व संधि को ही विसर्ग के स्थान पर श्, ष्, स् संधि कहते हैं | सत्व … Read more

Rutv sandhi

Rutv sandhi

Rutv sandhi (रुत्व/रत्व सन्धि) अभी तक हमने संधि की परिभाषा व अनेकों सन्धियों के विषय में हमारे blocks में पढ़े चुके हैं | आज हम रुत्व अर्थात् रत्व संधि के विषय में पढ़ेंगे | रुत्व संधि (Rutv sandhi) को ही रत्व संधि कहते हैं | रुत्व सन्धि एक विसर्ग संधि का भेद है, विसर्ग संधि … Read more

Utva sandhi in Sanskrit

Utva sandhi in Sanskrit

Utva sandhi in Sanskrit (उत्व सन्धि:) उत्व संधि की परिभाषा :- यदि विसर्ग से पहले ” अ “ हो और विसर्ग के बाद अ अथवा किसी भी वर्ग का तीसरा, चौथा, पाँचवाँ वर्ण / य , र , ल , व  हो तो विसर्ग को ” उ “ आदेश हो जाता है तथा प्रथम “अ” … Read more

Anunasik sandhi (Pratham varn ko pancham varn)

Anunasik sandhi

प्रथम वर्ण को पञ्चम वर्ण(Pratham varn ko pancham varn) वर्ग के प्रथम वर्ण को पञ्चम वर्ण की परिभाषा – यदि वर्ग के पहले (क्, च्, ट्, त्, प्) वर्ण के बाद किसी भी वर्ग का पंचम ( पाँचवा – ङ्, ञ् , ण् , न् , म् ) वर्ण हो तो प्रथम (क्, च्, ट्, … Read more

Jashatv Sandhi in Sanskrit

Jashatv Sandhi in Sanskrit

Jashatv Sandhi in Sanskrit (वर्ग के प्रथम वर्ण को तृतीय वर्ण) वर्ग के प्रथम वर्ण को तृतीय वर्ण की परिभाषा :- यदि वर्ग के प्रथम वर्ण (क्, च्, ट्, त्, प्) के पश्चात् किसी भी वर्ग का तीसरा, चौथा, पाँचवा वर्ण / य्, र्, ल्, व्, ह् अथवा कोई भी स्वर हो तो वर्ग के प्रथम … Read more

Time in Sanskrit

Time in Sanskrit

Time in Sanskrit आज हम सीखेंगे कि संस्कृत में समय (Time in Sanskrit) कैसे बताया व लिखा जाता है | क्योंकि हम पहले से यह जानते हैं कि sanskrit में संख्याओं की गणना 01 से 100 तक कैसे की जाती है, यह हमारे एक लेख में आपको मिल जाएगी | एक दिन-रात में केवल 24 … Read more

Avyaya in Sanskrit

Avyay in sanskrit

Avyaya in Sanskrit अव्यय-परिभाषा,भेद और उदाहरण संस्कृत के वे शब्द जो हमेशा एक जैसी अवस्था में रहते है उन्हें अव्यय पद (Invariable) कहते हैं | जिन शब्दों का लिंग, वचन, कारक और काल के अनुसार रूप नहीं बदलता है उन्हें अव्यय पद कहते हैं | इन शब्दों के लिंग, विभक्ति, लकार, पुरुष और वचन नहीं … Read more

Sample Paper Svar sandhi

Sample Paper Svar sandhi class -09&10

Sample Paper Svar sandhi (स्वर संधि के प्रश्न class -09&10) प्रिय विद्यार्थियों आज हम स्वर संधि के प्रश्न परीक्षाओं में किस प्रकार से पूछे जाते है उस विषय में अध्ययन करेंगे | आप जानते है कि हमें परीक्षा में जाने या परीक्षा की तैयारी करने से पहले यह ज्ञात होना चाहिए कि प्रश्न-पत्र में प्रश्न … Read more