Counting in Sanskrit 50-100

Counting in Sanskrit 50-100

Counting in Sanskrit 50-100 (Sanskrit me Ginti 50-100) आपने मेरे पूर्व लेख में 01 से 50 (Counting in Sanskrit 50-100) तक संस्कृत व अंग्रेजी में लिखी हुई गिनती देखी थी | आज इस लेख में 50 से 100 तक की संस्कृत व English में गिनती पढोगे | संस्कृत में गिनती को लिखना व याद करना … Read more

Counting in Sanskrit 1–50

Counting in Sanskrit 1–50

Counting in Sanskrit 1–50 (Sanskrit me Ginti) विश्व की सबसे प्राचीनतम भाषा जिसका उपयोग इस समय भी किया जा रहा है उसका नाम है संस्कृत | यह भाषा धार्मिक ग्रंथों की भाषा के अलावा बच्चे के जन्म से लेकर मृत्यु पर्यन्त एक संस्कार जनित भाषा भी है | Counting in Sanskrit 1–50 का अध्ययन विद्यालय … Read more

Fruits name in Sanskrit

Fruits name in Sanskrit

Fruits name in Sanskrit आप संस्कृतभाषा में फलों के नाम जैसे आम्रम्,कदलीफलम्,मधुकर्कटी,इत्यादि नामों को जानते होंगें ऐसा मेरा मानना है | अगर आप संस्कृत में फलों के नाम (Fruits name in Sanskrit) नहीं जानते हैं तो कोई बात नहीं | आज मै आपको इस आर्टिकल के माध्यम से अधिकांश फलों के नाम हिंदी, संस्कृत एवं … Read more

Vegetables name in Sanskrit

Vegetables name in Sanskrit

Vegetables name in Sanskrit हमारे देश में प्रति दिन प्रत्येक घर में भोजन में सब्जी बनती है | सब्जी के बिना हमारा भोजन अधुरा माना जाता है | जब तक हमें खाने में सब्जी नहीं होती है तब तक खाना खाने का कोई स्वाद नही होता है | सब्जियों के नां हम हिन्दी में तो … Read more

Birds name in Sanskrit

Birds name in Sanskrit

Birds name in Sanskrit (पक्षियों के नाम) आपको यहाँ पर Birds Name in Sanskrit Hindi and English में दिया गया हैं | अक्सर कक्षा 6 ठी से लेकर 8 वी तक के छात्रों को संस्कृत में पक्षियों के नाम के विषय में पढ़ाया जाता हैं | कई प्रतियोगिता परीक्षाओं में भी इससे सम्बंधित प्रश्न पूछे … Read more

Application for leave in Sanskrit

Application for leave in Sanskrit

Application for leave in Sanskrit (अवकाश हेतु संस्कृत में प्रार्थना पत्र) आज हम इस लेख में अवकाश के लिए (Application for leave in Sanskrit) संस्कृत, हिन्दी और English में प्रार्थना पत्र के विषय में पढ़ेंगे | हम जब विद्यालय में अध्ययन करते हैं तब हमें किसी कार्य के लिए विद्यालय से अवकाश की आवश्यकता होती … Read more

Dvandva Samas in Sanskrit

Dvandva Samas in Sanskrit

द्वन्द्व समास (Dvandva Samas in Sanskrit) द्वन्द्व की परिभाषा – जहाँ पर दो या दो से अधिक शब्दों का इस प्रकार समास हो जिसमे “च” (और) का अर्थ छिपा हो, तो उसे द्वंद्व समास (Dvandva Samas in Sanskrit) कहते हैं | जब सभी पदों की प्रधानता होती है तथा उनको मिलाकर एक पद बनाया जाए … Read more

Yan Sandhi ki Paribhasha Udaharan (यण् सन्धि की परिभाषा व उदाहरण)

Yan Sandhi ki Paribhasha Udaharan

यण् सन्धि की परिभाषा व उदाहरण स्वर संधि का एक महत्वपूर्ण भेद (प्रकार) है यण् सन्धि | स्वर संधि के मुख्य रूप से पांच भेद होते हैं तथा तीन अवान्तर भेद होते है :-1.दीर्घ , 2. गुण , 3. वृद्धि , 4. यण्, 5. अयादि | इनके अलावा 6. पूर्वरूप , 7. पररूप , 8. … Read more

Ayadi Sandhi ke udaharan अयादि संधि

अयादि संधि की परिभाषा Ayadi Sandhi ke udaharan

अयादि संधि Ayadi Sandhi ke udaharan स्वर संधि का एक महत्वपूर्ण भेद (प्रकार)  है अयादि संधि | जब ‘ए’, ‘ऐ’, ‘ओ’ और ‘औ’ के साथ कोई अन्य स्वर हो तो ‘ए’ का ‘अय्’, ‘ऐ’ का ‘आय्’, ‘ओ’ का ‘अव्’ और ‘औ’ का ‘आव्’ बन जाता है | अयादि संधि करते समय प्रथम शब्द के अन्तिम … Read more

Dirgh Sandhi in sanskrit (दीर्घ संधि परिभाषा व उदाहरण)

दीर्घ संधि परिभाषा व उदाहरण Dirgh Sandhi in sanskrit

01. दीर्घ संधि परिभाषा व उदाहरण (Dirgh Sandhi in sanskrit) Dirgh Sandhi in Sanskrit यदि पूर्व पदान्त हृस्व / दीर्घ अ , इ ,उ , ऋ के पश्चात कोई सजातीय वर्ण हो तो पूर्व (पहले वाला) और पर (बाद वाला) वर्णों के स्थान पर दीर्घ वर्ण क्रमशः आ , ई , ऊ , ऋ आदेश होगा | … Read more