अव्ययी-भाव समास (Avyayi bhav samas)
परिभाषा:- जिस समास में पूर्व पद (पहले पद) की प्रधानता हो उसे अव्ययीभाव समास कहते है | यदि प्रथम पद अव्यय / उपसर्ग हो तो उसे भी अव्ययी-भाव समास (avyayi-bhav samas) कहते है | अव्ययी-भाव समास से युक्त पद हमेशा नपुंसकलिंग एकवचन में रहता है |
अव्यय /
उपसर्ग |
अर्थ | विभक्ति: | उदाहरण |
उप | समीपम् (पास) | षष्ठी | उपरामम् = रामस्य समिपम्
उपासनम् = आसनस्य समिपम् |
निर् /
निस् |
आभाव: (न होना) | षष्ठी | निर्जनम् = जनानाम् अभाव:
निष्फलम् = फलानाम् अभाव: |
अनु | योग्यम्/ पश्चात् | षष्ठी | अनुरामम् = रामस्य योग्यम् |
प्रति | वीप्सा (दोहराना) | द्वितीया
/ सप्तमी |
प्रतिगृहम् = गृहं गृहं इति
प्रतिगृहम् = गृहे गृहे इति |
यथा | अनतिक्रम्य
(उल्लंघन न करके) |
द्वितीया | यथाबलम् = बलम् अनतिक्रम्य |
सह | साथ, सहित, सामान | तृतीया | सरामम् = रामेण सह |
प्रश्न प्रारूप
अधोलिखितवाक्येषु रेखांकितपदानां समासम् विग्रहं वा विकल्पेभ्य: चितवा लिखत –
01.बाला: उपवृक्षम् क्रीडन्ति |
(अ) वृक्षस्य समीपम् (ब) वृक्षात् दूरम्
(स) वृक्षं वृक्षं प्रति (द) वृक्षे एव
- सचित्रं पुस्तकम् आनय |
(अ) चित्रस्य भावम् (ब) चित्रेण सहितम्
(स) चित्रम् अनतिक्रम्य (द) चित्रस्य समीपम्
- राम: मृगस्य पश्चात् धावति स्म |
(अ) मृगानुसारम् (ब) उपमृगम्
(स) अनुमृगम् (द) समृगम्
उत्तर – अ, ब, स |
अव्ययीभाव समास के उदाहरण (Avyayi bhav samas):-
उप :-
उपकृष्णम् = कृष्णस्य समीपे
उपनेत्रम् = नेत्रयो: समीपम्
उपनीडम्र = नीडस्य समीपम्
उपवृक्षम् = वृक्षस्य समीपम्
उपगंगम् = गंगाया: समीपम्
उपकृष्णम्र = कृष्णस्य समीपम्
उपनदि = नद्या: समीपम्
उपयमुनम् = यमुनाया: समीपम्
निर् :-
निर्मक्षिकम् = मक्षिकाणाम् अभाव:
निर्विघ्नम् = विघ्नानाम् अभाव:
निरर्थकम् = अर्थस्य अभाव:
निष्प्रभावम् = प्रभावस्य अभाव:
निर्जनम् = जनानाम् अभाव:
निष्फलम् = फलानाम् अभाव:
अनु :-
अनुरूपम् = रूपस्य योग्यम्
अनुमृगम् = मृगस्य पश्चात्
अनुविष्णु: = विष्णो: पश्चात्
प्रति :-
प्रतिजनम् = जनं जनम् इति
प्रतिदिनम् = दिनं दिनम् इति
प्रतिचक्रम् = चक्रं चक्रम् इति
प्रतिगृहम् = गृहं गृहं इति
प्रत्येकम् = एकम् एकम् इति
यथा :-
यथासमयम् = समयम् अनतिक्रम्य
यथाशक्तिम् = शक्तिम् अनतिक्रम्य
यथेच्छम् = इच्छाम् अनतिक्रम्य
यथाबलम् = बलम् अनतिक्रम्य
सह :-
सानुजम् = अनुजेन सह
साट्टहासम् = अट्टहासेन सह
सार्थकम् = अर्थेण सह
सघृतम् = घृतेन सह
सचित्रम् = चित्रेण सहितम्
सक्रोधम् = क्रोधेन सहितम्
अध्यात्मम् = आत्मनि
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